तथा च प्रत्येकं जनेंन सः शिष्ठताया व्यवहाष्यामि "जैसे- कहीं जाने से लेकर दूसरे सरकारी संसाधनों के इस्तेमाल के लिए उन्हें चंपई सोरेन पर निर्भर होना पड़ता. अरुण नागपाल ने कहा, “आटे से लेकर बिस्किट, पिज़्ज़ा, पास्ता, मफ़िन, केक, नाश्ते में खाए जाने वाले अनाजों, फल पेय और अन्य में.” ऐसे https://www.samridhbharat.in/