अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥१३॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । lāyaLāyaBrought sanjīvaniSanjīvaniA daily life LakhanaLakhanaLakshman, brother of Lord Rama jiyāeJiyāeSaved / revived भावार्थ – हे अतुलित बल के भण्डार घर रामदूत हनुमान जी! आप लोक में अंजनी पुत्र और पवनसुत के नाम से विख्यात हैं। श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज https://thomask283jig8.blogtov.com/profile